मथुरा: वृंदावन को साफ- सुथरा और स्वच्छ बनाने के लिए अब इंदौर मॉडल अपनाया जाएगा। इंदौर में स्वच्छता पर काम करने वाली एजेंसी ने वृंदावन में डेरा डाल दिया। पायलट प्रोजेक्ट के तहत एजेंसी को पूरे वृंदावन के साथ मथुरा के पांच वार्ड में अपना काम दिखाना होगा।
इंदौर पिछले चार साल से देश की स्वच्छता रैकिंग में पहले पायदान पर बना हुआ है। यहां इस काम में प्रशासनिक मशीनरी के साथ तालमेल बनाकर काम करने वाली एजेंसी बेसिक्स के साथ मथुरा-वृंदावन नगर निगम प्रशासन ने भी अनुबंध किया है। यह एजेंसी वृंदावन के सभी नौ वार्ड और मथुरा के पांच वार्ड में नगर निगम की सफाई की व्यवस्था को अपने मुताबिक संचालित करेगी।
इस एजेंसी को यहां बेहतर परिणाम लाने के लिए 90 दिन का वक्त दिया गया है। इसके बाद ही मथुरा क्षेत्र में काम होगा। इसके लिए एजेंसी की टीम ने वृंदावन नगर निगम कार्यालय पहुंचकर अपर नगर आयुक्त सतेंद्र कुमार से मुलाकात की और स्वच्छता निरीक्षक से काम को भी समझा।
स्वच्छता विशेषज्ञ अमितेश भारद्वाज ने बताया कि मथुरा-वृंदावन धार्मिक नगरी है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। ऐसे में इस शहर को स्वच्छ बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। एजेंसी यहां सफाई कर्मचारी और वाहनों का संचालन अपने अनुसार कराएगी। साथ ही यहां के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक भी करेगी।