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देश के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक बने गिरीश चंद्र मुर्मू, कार्यभार संभाला

दिल्ली: गिरीश चंद्र मुर्मू ने शनिवार को देश के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के रूप में अपना कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने पदभार संभालने के बाद सीएजी कार्यालय में महात्मा गांधी और डॉ. भीमरावर अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। मुर्मू को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में सीएजी पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

गिरिश चंद्र मुर्मू ने राजीव महर्षि की जगह ली है। राजीव महर्षि शनिवार को ही इस पद से रिटायर हुए हैं। मुर्मू 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था। मुर्मू को अक्टूबर, 2019 में उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था। बुधवार यानी पांच अगस्त को ही पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त किए जाने का एक साल पूरा हुआ था।

मुर्मू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाते हैं। मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब मुर्मू को प्रिंसिपल सेक्रेटरी चुना गया था। मुर्मू का सीएजी के तौर पर कार्यकाल 20 नवंबर 2024 तक होगा। बता दें कि सीएजी एक संवैधानिक पद है जिस पर केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों के खातों की लेखापरीक्षा करने की प्राथमिक जिम्मेदारी है। सीएजी की लेखापरीक्षा रिपोर्टों को संसद और राज्य विधानसभाओं में पेश किया जाता है।