आगरा: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की स्नातक व शिक्षक सीट के लिए अब तक शिक्षक व राजनीतिक दल ही चुनावी समर में दिखाई देते थे। लेकिन अब अलग था उत्तर प्रदेश कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर हरि किशोर तिवारी के नामांकन जुलूस में दर्जनों विभागों के सरकारी कर्मचारी पहुंचे। कर्मचारियों के उतरने से अब एमएलसी चुनाव रोचक हो गया है।
नामांकन के चौथे दिन सोमवार को स्नातक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी इंजीनियर हरि किशोर तिवारी ने नामांकन पत्र जमा किया। उनके साथ ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबा हरदेव सिंह समेत सैकड़ों गाड़ियां वहां जुलूस के रूप में कमिश्नरी पहुंची। इनमें बड़ी संख्या विभिन्न संवर्गों के कर्मचारियों की रही। इंजीनियर हरि किशोर तिवारी ने नामांकन पत्र में कुल 3.25 करोड़ की अचल संपत्ति एवं 48. 40 लाख की चल संपत्ति घोषित की है। इनके पास एक रिवाल्वर व एक राइफल भी है। प्रत्याशी के पास 200 ग्राम और पत्नी के पास 450 ग्राम सोना है। प्रत्याशी के हाथ में नगद 1.11 लाख रुपए जबकि पत्नी के पास एक लाख है।
मीडिया से बातचीत करते हुए इंजीनियर हरि किशोर तिवारी ने कहा कि सरकार चाहती है सब उसके हिसाब से चलें। कर्मचारियों के प्रति असंवेदनशीलता के कारण ही मैंने 2 साल पहले नौकरी से इस्तीफा दिया। अब उनके हक के लिए चुनाव लड़ रहा हूं। राज्य सरकार कर्मचारियों का पैसा काट रही है और हमारा पैसा शेयर बाजार में लगा रही है। कर्मचारियों की पुरानी पेंशन के लिए सरकार से लड़ रहा हूं। 100 से अधिक कर्मचारी संगठन का समर्थन है। इस दौरान महासंघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष एनडी द्विवेदी समेत कई कर्मचारी नेता मौजूद रहे।
वहीं सहायक रिटर्निग ऑफिसर एवं अपर आयुक्त प्रशासन साहब सिंह ने बताया कि सोमवार को इस नामांकन के लिए 3 प्रत्याशी ने पर्चे लिए। शिक्षक सीट के लिए 2 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र खरीदे। दोनों सीटों पर 4 दिन में कुल 43 नामांकन पत्र बिके हैं।