लखनऊ: समाजवादी पार्टी की अगुवाई में किसान गणतंत्र दिवस पर तिरंगा लगाकर ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। वे तहसील स्तरीय समारोहों में शामिल होंगे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन के समर्थन में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को ट्रैक्टर रैली के संबंध में निर्देश दिए हैं।
अखिलेश ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि भाजपा सरकार ने डेढ़-दो साल के लिए कृषि क़ानूनों को स्थगित करने का प्रस्ताव दिया है, जो तर्कहीन है क्योंकि जो क़ानून आज सही नहीं है वो 2023 में कैसे सही हो जाएगा। भाजपा सरकार जन विरोध से डरकर इन्हें टाल रही है पर 2024 में चुनाव के आख़िरी साल में पूंजीपतियों को लाभ पहुँचाकर जाएगी।
अखिलेश ने कहा कि किसान अपनी न्याय संगत मांगों को लेकर लगातार शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका अहिंसात्मक आंदोलन ऐतिहासिक बन गया है। देश के अन्नदाता किसान सम्मान का पात्र है। उसको अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। किसानों की मांगों की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए। उनकी मांगों को मानने से राष्ट्र का गौरव बढ़ेगा।
किसानों की मुख्य मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए क्योंकि ये कृषि कानून किसान हितों के विरोधी है। इसी के साथ वे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की अनिवार्यता की मांग कर रहे हैं ताकि किसान को उसकी फसल का सही और लाभकारी दाम मिल सके। भाजपा को समझना चाहिए कि जिनके लिए यह कानून बना है, जब उन्हें ही ये स्वीकार्य नहीं है तो फिर इसका क्या फायदा।
अखिलेश ने कहा कि सपा आंदोलनकारी किसानों की मांगों का पूरी तरह समर्थन करती है। किसानों के समर्थन में किसान यात्रा और घेरा कार्यक्रम चलाए हैं। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को सपा किसानों के साथ गणतंत्र दिवस मनाएगी। इस दिन राज्य भर की प्रत्येक तहसील पर किसान अपने-अपने ट्रैक्टरों पर तिरंगा लगाकर आएंगे। वे समाजवादियों के साथ राष्ट्रीय ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होकर एकता का प्रदर्शन करेंगे।