आगरा क्राइम

भू- माफियाओं ने बुजुर्ग महिला की ज़मीन पर किया कब्जा, पीड़िता ने सीएम योगी से लगाई गुहार

आगरा: राज्य सरकार की सख्ती के बावजूद भी ताजनगरी में भू-माफियाओं के हौसले कम होने का नाम नही ले रहे है। पुलिस और प्रशासन की सतर्कता के बावजूद लोगो की जमीनों पर शातिर भू-माफिया निगाह टिकी हुई हैं। पीड़ित बुजुर्ग महिला ने पुलिस से मदद की गुहार भी लगाई लेकिन कोई मदद नही मिली। थक हारकर पीड़िता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तब जाकर शाहगंज थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया। बुजुर्ग महिला ने आरोप लगाया है कि भू माफियाओं ने उनको बातों में लेकर उनकी जमीन को खरीदने की बात कही। आरोपियों ने धोखे से उनके हस्ताक्षर नोटरी स्टाम्प पर कराने के साथ ही रजिस्टर इकरार नामा के कागज पर भी करा लिए। महिला ने जब एडवांस के तय किये लाखों रुपये मांगे तो टहला दिया। जब एक चेक बैंक में लगाया तो वो भी बाउंस हो गया।

आगरा की बसई खुर्द निवासी वर्तमान में हरीपुरा सिकतरा, मथुरा में रह रहीं 75 वर्षीय सविता देवी पत्नी स्व. महेंद्र सिंह ने कोर्ट के माध्यम से आगरा के थाना शाहगंज में धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है। मुकदमे में दस्तावेज लेखक सहित नौ लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। 

बुजुर्ग महिला का आरोप है कि उसकी एक प्रॉपर्टी फतेहाबाद रोड पर है जिसको खरीदने के लिए के खुशीपाल ने संपर्क किया और उनकी जमीन को तीन करोड़ में बेचने की बात कही। वही ख़ुशीपाल ने प्रॉपर्टी का सौदा करने के लिए रिहानुद्दीन और सोहिल से मिलवाया। जिसके बाद  इन लोगो ने सविता देवी को एक माह का समय बैनामा कराने और तीस लाख रुपये एडवांस देने की बात कही। सविता देवी के अनुसार जिसके बाद उक्त सभी लोग उसको लेकर आगरा तहसील पहुंचे और वहां पर गाडी में बैठाए रखा। बाद में उन्होंने 50-50 रुपये के स्टाम्प लगवाए और उसमें प्रॉपर्टी की कीमत तीन करोड़ रुपये दिखाई। जिसके बाद हस्ताक्षर करने के लिए वो लोग उसको सब रजिस्टर के कार्यालय में ले गए और खुशीपाल और अन्य ने साजिश के तहत उससे नोटरी स्टाम्प पर हस्ताक्षर कराने के साथ ही रजिस्टर इकरार नामा के पेपर पर भी कुल सौदा 35 लाख दर्शा कर हस्ताक्षर करा लिए। जिसके बाद सविता देवी ने जब अपने एडवांस से नकद 10 लाख रुपये मांगे तो उसको गाड़ी में देने की बात कही जिसके बाद गाड़ी में भी नही दिए गए और ऋषि दुबे के हाथ से घर पहुचाने की बात कही लेकिन कई दिन होने के बाद भी घर पर रुपये नही आये और जब भी ख़ुशीपाल से संपर्क किया गया तो वो टहलता रहे। कुछ दिन बाद जब सविता देवी ने 10 लाख के चेक को बैंक में लगाया तो चेक बाउंस हो गया जिसके चलते उन्होंने 5-5 लाख रुपये वाले चेको को भी नही लगाया। 

पीड़िता के अनुसार जब खुशीपाल को यह बात बताई तो उसने संतुष्ट जवाब नही दिया जिसके बाद पीड़िता ने कोर्ट के माध्यम से उनको नोटिस भेजा तो पता चला कि उसकी प्रॉपर्टी में रिहानउद्दीन और सोहेल खान आपस में ही मालिक और बिक्रेता बन गए जिसके बाद पीड़िता को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई। सविता देवी के अनुसार सुनील पचौरी ने उसको विश्वास में लेकर पुलिस में शिकायत भी कराई लेकिन उसको इसके बारे में भी कोई जानकारी नही है और वो भी उनके साथ ही मिला हुआ था। 

पीड़िता के अनुसार उसने इसकी शिकायत थाने में की लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई और जब एसएसपी के यहां पर भी शिकायत की गई तो उसकी समस्या का समाधान नही हुआ। जिसके बाद सविता देवी ने कोर्ट के माध्यम से आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया है। पीड़िता ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मदद की गुहार लगाई है।