आगरा: यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का ये हाल है कि कोरोनाकाल में भी कोरोना जांच के लिए जरुरी एंटीजन और आरटीपीसीआर सैंपलिंग किट भी स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध नही हो पा रही है। ताजनगरी आगरा में कोरोना जांच किट खत्म होने से शुक्रवार को शहर से देहात तक 28 केंद्रों पर कोरोना जांच नहीं हो सकी। शहर में 17 केंद्रों पर ताले लटके रहे। वहीं सांई की तकिया पर बना सबसे बड़ा कोविड जांच केंद्र भी बंद रहा।
आगरा में कोविड टेस्ट के लिए शहर में 17 और देहात में 15 जांच केंद्र बनाए गए हैं। लेकिन शुक्रवार को कोरोनो जांच किट खत्म हो जाने के कारण लोगों को बिना जांच के ही मायूस लौटना पड़ा। सुबह 8 बजे से अपराह्न तीन बजे तक जिला अस्पताल के सहयोग से सांई की तकिया स्थित सेवा योजन कार्यालय में संचालित जिलास्तरीय केंद्र बंद रहा। इसके अलावा आईएसबीटी बस स्टैंड पर भी जांचें नहीं हो सकीं। वहीं लोहामंडी, मंटोला, जीवनी मंडी, नाई की मंडी, बल्केश्वर, बिंदु कटरा स्वास्थ्य केंद्रों पर भी एक भी सैंपल नहीं लिया जा सका।
सीएमओ डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि दो दिन पहले राज्य निर्वाचन आयोग ने मतगणना में शामिल होने के लिए 72 घंटे पहले प्रत्याशियों व एजेंट की कोविड जांच के निर्देश दिए थे। इसके लिए शहरी केंद्रों से सैंपलिंग किट देहात में भेज दी गई। वहां एक-एक केंद्र पर 800 से 1000 लोग जांच के लिए पहुंचे। जिस कारण शहर में जांचें नहीं हो सकीं हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि नए मरीजों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में सैंपलिंग किट खत्म होने से रुकावट नहीं आएगी। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए पांच हजार किट रिजर्व हैं।
वहीं जिले के जिम्मेदार अधिकारी डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि हमें हर दो दिन में 20 हजार सैंपलिंग किट शासन से मिलती हैं। जिनमें 10 हजार एंटीजन और 10 हजार आरटीपीसीआर सैंपल किट होती हैं। शुक्रवार को किट की कमी के कारण जांचें नहीं हो पाई हैं। शासन को किट की डिमांड भेज दी गई है, शनिवार से दोबारा कोविड जांच शुरू हो जाएंगी।
एक तरफ कोरोना की जांच नहीं हो सकीं, दूसरी तरफ टीकाकरण केंद्रों पर भी शुक्रवार को ताले लटके रहे। टीका लगवाने पहुंचे लोग मायूस लौटे। इधर, एक मई से होने वाला 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण भी तीन दिन बाद 4 मई से शुरू होगा। टीकाकरण के लिए प्रशासन को नई खेप का इंतजार है।