आगरा: उत्तर प्रदेश कांग्रेस में महासचिव शबाना खंडेलवाल ने अपने पति की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि आगरा जिला जेल में बंद उनके पति को बीमार होने के बावजूद कोरोना वैक्सीन लगा दी गई।
कांग्रेस नेत्री शबाना खंडेलवाल के पति रवि खंडेलवाल 8 साल से आगरा जिला जेल में हत्या के आरोप में सजा काट रहे थे। बीते 16 अप्रैल को उन्हें जेल में ही वैक्सीन लगाई गई थी, इसके बाद कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें लखनऊ रेफर किया गया था जहां इलाज के दौरान 27 अप्रैल को उनकी मौत हो गयी थी।
शबाना खंडेलवाल ने बताया कि 12 अप्रैल को पति की चिट्ठी मिली थी, जिसमें पति ने बीमार होने और दवा खाने पर भी बुखार न उतरने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें शायद कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं, पर उनकी जांच नहीं कराई गई और 16 अप्रैल को उन्हें वैक्सीन लगा दी गई। इसके बाद हालत बिगड़ने पर ऑक्सीजन लगाकर आगरा के एस.एन. मेडिकल कॉलेज भेजा गया। जहां बिना जांच सिर्फ एक ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मरने को लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ में भी कोई व्यवस्था नहीं की गई और मैं अपने सोर्स से उन्हें भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि जिला कारागार के अधिकारियों ने जानबूझकर ऐसा किया है और वो मेरे पति की मौत के जिम्मेदार हैं।
शबाना खंडेलवाल ने इस बारे में पीएम मोदी, डब्ल्यूएचओ, मुख्यमंत्री, कारागार मंत्री,आईजी जेल, प्रमुख सचिव सहित तमाम अधिकारियों से शिकायत की है। उन्होंने आगरा के सांसद और केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल से मिलकर भी शिकायत करने की बात कही है।