आगरा: उत्तर प्रदेश सरकार बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए कई दिशाओं में एक साथ काम कर रही है। इसी दिशा में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम ने एक बड़ी पहल की है। इससे बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम ने उपभोक्ताओं के लिए मोबाइल नंबर जारी किए हैं। इन नंबरों पर कॉल करते ही विभाग की ओर से उपभोक्ताओं को तुरंत मदद मिलेगी।
नहीं काटने होंगे कार्यालय के चक्कर
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम (डीवीवीएनएल) ने आगरा में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है। यहां बिजली उपभोक्ता फोन के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इसके साथ ही वाट्सएप पर जर्जर तार, ट्रांसफार्मर व अन्य समस्या के फोटो भेजकर शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे। अब इन समस्याओं के लिए बिजली विभाग के कार्यालय के चक्कर नही काटने पड़ेंगे। अब एक फोन ही खराब ट्रांसफार्मर की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा।
कंट्रोल रूम से 24 घंटे मदद
डीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक अमित किशोर ने बताया कि बिजली की समस्या के संबंध में टोल फ्री नंबर 1912, 18001803023 के अलावा 0562-2600718 पर अब फोन किया जा सकता है। उपभोक्ता फोन करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। उन्होंने बताया कि आगरा के उपभोक्ताओं के लिए 9193303132 कंट्रोल रूम नंबर है। 24 घंटे कंट्रोल रूम में आपको मदद मिलेगी, साथ ही किसी भी दिन अवकाश नहीं रहेगा।इन नम्बरों पर सप्ताह के सातों दिन उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान किया जायेगा। इसके साथ ही वाट्सएप नंबर 9412748123 पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। अगर किसी उपभोक्ता का बिजली नहीं आ रही है या बिजली विभाग से जुड़ी कोई भी समस्या हो, यहां सभी तरह की शिकायतें दर्ज की जा सकती है। कंट्रोल रूम पर आने वाली हर शिकायत की रोजाना समीक्षा की जाती है।
मोबाइल एप भी तैयार
प्रबंध निदेशक अमित किशोर ने बताया कि इसके साथ ही एक मोबाइल ऐप भी बनाई गई है। इस मोबाइल एप से ट्रांसफार्मर का सर्वे और उनकी मरम्मत में काफी मदद मिलती है। इसकी मदद से ट्रांसफार्मर का डाटा आसानी से एकत्र किया जा सकता है। इससे ट्रांसफार्मर फूंकने जैसे मामलों में कमी काने की उम्मीद है। इससे बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी।
लाभार्थी बोले, सराहनीय है ये प्रयास
वहीं इससे बिजली उपभोक्ताओं को भी राहत मिली है। उनका कहना है कि विभाग द्वारा जारी टोल फ्री नंबरों पर शिकायतों का तुरंत निस्तारण हो रहा है। इससे अब हमें अपनी शिकायत के लिए बार- बार विभाग के चक्कर लगाने की भी जरूरत नही है। विभाग का यह प्रयास सराहनीय है।