लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए इस अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में हुई इस वर्चुअल लॉन्चिंग के मौके पर प्रदेश सरकार के संबंधित विभागों के मंत्री भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभियान की शुरुआत के दौरान कई मजदूरों से बातचीत भी की। कई मजदूरों ने सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं से मिले लाभ का भी जिक्र किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम सभी ने अपने व्यक्तिगत जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं। हमारे सामाजिक जीवन में कई कठिनाइयां आती रहती हैं। लेकिन किसी ने ये नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक साथ इतना बड़ा संकट आ जाएगा। ऐसा संकट, जिसमें लोग चाहकर भी दूसरों की मदद नहीं कर पाए।
पीएम ने कहा कि कल बिहार, उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों की जान चली गई। लेकिन ये किसी ने नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया, मानवजाति पर एक साथ एक ही तरह का इतना बड़ा संकट आ जाएगा। एक ऐसा संकट जिसमें चाहकर भी लोग दूसरों की पूरी तरह से मदद नहीं कर पा रहे हैं। पीएम ने कहा कि आगे भी किसी को नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी। इसकी एक दवाई हमें पता है। ये दवाई है दो गज की दूरी। ये दवाई है- मुंह ढकना, फेसकवर या गमछे का इस्तेमाल करना। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बनती, हम इसी दवा से इसे रोक पाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान ने आज आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार कार्यक्रम को प्रेरण दी है। यानी केंद्र सरकार की योजना को योगी जी की सरकार ने गुणात्मक और संख्यात्मक दोनों ही तरीकों से विस्तार दे दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि श्रम की ताकत हम सभी ने महसूस की है। श्रम की इसी ताकत का आधार बना, भारत सरकार द्वारा शुरु किया गया गरीब कल्याण रोजगार अभियान। आज इसी शक्ति ने आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान को प्रेरणा दी।
पीएम मोदी ने कहा कि योगी सरकार ने न सिर्फ इसमें अनेक नई योजनाएं जोड़ी हैं, लाभार्थियों की संख्या बढ़ाई है बल्कि इसे आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य के साथ भी पूरी तरह से जोड़ दिया है। मुझे पूरा विश्वास है कि योगी जी के नेतृत्व में, जिस तरह आपदा को अवसर में बदला गया है, जिस तरह वो जी-जान से जुटे हैं, देश के अन्य राज्यों को भी इस योजना से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, वो भी इससे प्रेरणा पाएंगे।
आज जब दुनिया में कोरोना का इतना बड़ा संकट है, तब यूपी ने जो साहस दिखाया, जो सूझबूझ दिखाई, जो सफलता पाई, जिस तरह कोरोना से मोर्चा लिया, जिस तरह स्थितियों को संभाला, वो अभूतपूर्व है, प्रशंसनीय है। इसके लिए मैं यूपी के 24 करोड़ नागरिकों की सराहना करता हूं, नमन करता हूं। पीएम ने कहा कि आपने जो किया है वो पूरी दुनिया के लिए मिसाल है। उत्तर प्रदेश के आंकड़ों ने दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट को चकित कर देने की अद्भुत क्षमता है। चाहे यूपी के डॉक्टर हों, पैरामेडिकल स्टाफ हो, सफाई कर्मचारी हों, पुलिसकर्मी हों, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हो, बैंक और पोस्टऑफिस के साथी हों, परिवहन विभाग के साथी हों, श्रमिक साथी हों, हर किसी ने पूरी निष्ठा के साथ अपना योगदान दिया है।
पीएम ने कहा कि इसमें से करीब 60 लाख को गांव के विकास से जुड़ी योजनाओं में तो करीब 40 लाख को छोटे उद्योगों यानि एमएसएमई में रोजगार दिया जा रहा है। इसके अलावा स्वरोजगार के लिए हज़ारों उद्यमियों को मुद्रा योजना के तहत करीब 10 हजार करोड़ रुपये का ऋण आवंटित किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि सवा करोड़ कामगारों की, कर्मचारियों की पहचान करना, 30 लाख से ज्यादा श्रमिकों के कौशल का, अनुभव का डेटा तैयार करना और उनके रोजगार की समुचित व्यवस्था करना, ये दिखाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारी कितनी सघन रही है, कितनी व्यापक रही है।
पीएम मोदी से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि करीब सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा। 2 लाख 68 हजार एमएसएमई इकाइयों को 6556 करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया गया है। सीएम ने कहा कि 18 साल से कम उम्र वाले बच्चों को छोड़कर लगभग 30 लाख मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है। इससे काम देने में आसानी होगी।