कानपुर: गुनाहों के विकास का आज अंत हो गया। यूपी एसटीएफ ने आज सुबह मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे को एनकाउंटर में मार दिया। कानपुर कांड में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मास्टरमाइंड विकास दुबे था। कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर विकास दुबे को ला रही पुलिस की कार पलट गई। इस दौरान विकास दुबे ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की।
कानपुर कांड का मुख्य आरोपी को कल मध्यप्रदेश पुलिस ने उज्जैन महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया था और पूछताछ के बाद रात को यूपी पुलिस को सौंप दिया था। यूपी पुलिस के अनुसार आज सुबह कानपुर लौटते समय यूपी पुलिस की जिस कार में विकास दुबे को लाया जा रहा था, वह कानपुर टोल प्लाजा से करीब 25 किमी दूर पलट गई। गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे घायल पुलिसवालों का हथियार छीनकर भाग निकला। उसे सरेंडर करने का मौका दिया गया था, लेकिन विकास दुबे ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी और उसकी मौत हो गई है। विकास दुबे को सीने और कमर में गोली लगी।
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि हमने फायरिंग की आवाज सुनी थी। गाड़ी का एक्सीडेंट नहीं हुआ था। हमने गोली की आवाज सुनी। इसके बाद पुलिस ने हमें भगाने की कोशिश की और हम वहां से हट गए।
विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर कानपुर पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘5 लाख के इनामी विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार किये जाने के बाद पुलिस और एसटीएफ टीम आज 10 जुलाई को कानपुर नगर ला रही थी। कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई। विकास दुबे और पुलिसकर्मी घायल हो गए।’