आगरा उत्तर प्रदेश क्राइम

आय से अधिक संपत्ति मामले में फंसे एआरटीओ ललित कुमार

  • सेलरी से कई गुना अधिक खर्च किया पैसा
  • 93 लाख रुपये थे एकाउंट में, खर्च कर दिया 1 करोड़ 62 लाख रुपये
  • आगरा में एआरटीओ (प्रवर्तन) द्वितीय के पद पर दो साल से हैं तैनात
  • तीन साल पहले कानपुर में तैनाती के समय शुरू हुई थी जांच, कानपुर में दर्ज हुई एफआईआर

आगरा। आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच में संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ प्रवर्तन) द्वितीय ललित कुमार दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ कानपुर के एंटी करप्शन थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। परिवहन आयुक्त ने आय से अधिक संपत्ति मामले में उनके विरुद्ध जांच करने की अनुमति प्रदान की थी। विभिन्न वैध स्रोतों से 73.6 प्रतिशत अधिक खर्चा पाया गया है, जिसके संबंध में वे कोई स्पष्टीकरण नहीं दे सके हैं। वे आगरा में लगभग पिछले दो साल से एआरटीओ के पद पर तैनात हैं।

एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय ललित कुमार आगरा में तैनाती से पहले आरटीओ कार्यालय कानपुर में संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) के पद पर तैनात थे। इस दौरान उनके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति मामले में शिकायत हुई। परिवहन आयुक्त उप्र लखनऊ ने 11 सितंबर 2020 को भ्रष्टाचार निवारण संगठन को आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच कराए जाने की अनुमति प्रदान की।

तत्कालीन संभागीय निरीक्षक आरटीओ कार्यालय कानपुर में कार्यरत रहते हुए उनके विरुद्ध जांच शुरू हुई। जांच में समस्त वैध स्रोतों से कुल 93,26,868 रुपये आय अर्जित पाई गई। इसी अवधि में इनके द्वारा चल व अचल परिसंपत्तियों के अर्जन एवं भरण पोषण आदि मदों पर कुल व्यय 1,61,93065 रुपये पाया गया। इस प्रकार वैध स्रोतों से अर्जित संपत्ति से 68,66,197 रुपये अधिक व्यय पाया गया।