आगरा (रोमा): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान कराने के लिए प्रदेशभर में 12 सितंबर से 19 सितंबर तक बिजलीघरों पर विद्युत समस्या समाधान शिविरों का आयोजन किया गया। इस सप्ताह को विद्युत समाधान सप्ताह के रूप में मनाया गया। इसमें मीटर गड़बड़ी, नए विद्युत कनेक्शन, बिजली बिल, मीटर की डिस्प्ले, सप्लाई, लो वोल्टेज सहित कई शिकायते पहुँची।
75 प्रतिशत समस्याओं का निस्तारण
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अमित किशोर ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश स्तर 12 से 19 सितंबर तक ‘समाधान सप्ताह’ आयोजित करने का निर्देश दिये थे। सभी 33/11 केवी सबस्टेशन या निकटतम बिलिंग केंद्र पर समाधान सप्ताह का आयोजन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किया गया। इसमें उपकेंद्र के अंतर्गत आने वाले सभी गांव/क्लस्टर के उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिये गये थे। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं की सभी प्रकार की समस्याओं को गंभीरता से सुना और निस्तारित भी किया गया। 30 हजार से अधिक शिकायतें विभाग को प्राप्त हुई, जिनमें से करीब 75 प्रतिशत शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। बाकी शिकायतों का भी जल्द ही निस्तारण कराया जायेगा।
360 करोड़ रुपये का मिला राजस्व
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता वाणिज्य डॉ. अनिल पांडेय ने बताया कि 12 सितंबर से विद्युत समाधान सप्ताह की शुरुआत हुई थी। जिसमें बीते सात दिनों में 30 हजार से अधिक शिकायतें पहुंची। जिसमें से 23489 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया है। अन्य 6290 शिकायतों का निस्तारण कराया जा रहा है। इससे विभाग को विद्युत बकायेदारों से करीब 360 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
खुश हुए उपभोक्ता
सरकार की इस पहल का विद्युत उपभोक्ताओं को काफी फायदा मिला है। उनकी शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण हो जाने से वह योगी सरकार की प्रशंसा करते नजर आये। गांधी नगर निवासी विद्युत उपभोक्ता आशीष ने कहा कि समाधान सप्ताह के दौरान उनकी समस्या का मौके पर ही निस्तारण हो गया। सरकार की यह पहल सराहनीय है। बता दें कि विद्युत समाधान सप्ताह के दौरान लगे शिविर के आयोजन और संचालन की जिम्मेदारी स्थानीय कनिष्ठ अभियंता (जेई) और निगरानी की जिम्मेदारी एसडीओ को सौंपी गई थी। साथ ही शिविर में क्षेत्रीय स्तर पर चीफ इंजीनियर और मंडल स्तर पर एसई और खंड के अधिशासी अभियंता की तरफ से किया गया। इसमें शहर के पार्षद और ग्रामीण क्षेत्र के ग्राम प्रधान का सहयोग भी लिया गया, जिससे शिविर का ज्यादा से ज्यादा लाभ विद्युत उपभोक्ताओं को दिया जा सके।