आगरा। उत्तर भारत की ऐतिहासिक श्रीराम बारात और रामलीला महोत्सव का आयोजन सितंबर माह में होगा। श्री रामलीला कमेटी ने अनुसार 17 सितंबर को गणेश पूजन के साथ रामलीला शुरू होगी। राम बरात 28 सितंबर को निकाली जाएगी। इसकी तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं। आज श्री रामलीला कमेटी के नए अध्यक्ष और महामंत्री की घोषणा होगी।
श्री रामलीला कमेटी के महामंत्री राजीव अग्रवाल ने बताया कि 17 सितंबर को रामलीला का शुभारंभ होगा, जो 15 अक्टूबर तक चलेगी। राम बारात में बीते साल के 120 के मुकाबले 101 झांकियां निकालने का विचार है। झांकियों की संख्या कम लेकिन भव्यता अधिक होगी। राम बारात अपराह्न 3 बजे से निकालने की योजना है। जनक पुरी के लिए 8-10 क्षेत्रों से आवेदन आए हैं। बल्केश्वर, कमला नगर, शाहगंज, जयपुर हाउस, आवास- विकास कॉलोनी और सिकंदरा क्षेत्र में आयोजन पर विचार चल रहा है। अन्य क्षेत्रों से आवेदन आने पर इन पर भी कमेटी चर्चा करेगी।
महामंत्री ने बताया कि हाथरस कांड के बाद रामलीला महोत्सव, जनक पुरी और राम बारात में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम होंगे। इसके लिए पुलिस- प्रशासन के आला अधिकारियों की निगरानी में व्यवस्थाएं होंगी। इसी के चलते जनकपुरी को खुले और व्यापक स्थान वाले क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। मुख्य चुनाव अधिकारी टीएन अग्रवाल ने बताया कि रामलीला कमेटी के अध्यक्ष और महामंत्री के नाम तय हो गए हैं, इनकी विधिवत घोषणा आज शाम को होगी।
बता दें कि आगरा की रामलीला का इतिहास करीब 140 साल पुराना है। पहली बार सन् 1884- 85 में रावतपाड़ा स्थित बारादरी पर रामलीला का आयोजन होता था। 1920 में बिजलीघर के रामलीला मैदान पर बड़ी लीलाएं होने लगीं, बाकी की लीलाएं रावतपाड़ा में ही होती। इसके एक दशक बाद पूर्ण आयोजन रामलीला मैदान में ही होने लगा।