आगरा उत्तर प्रदेश

आगरा में ₹583 करोड़ से बनेगा एसटीपी

आगरा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश की नदियों को स्वच्छ और निर्मल बनाने की मुहिम रंग ला रही है। आगरा और मथुरा में बहने वाली यमुना नदी में प्रदूषण को खत्म करने की दिशा में उठाए गए कदम कारगर होते दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में आगरा में हाइब्रिड एन्युटी मोड पर आधारित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के विकास के लिए दिल्ली में एनएमसीजी, उत्तर प्रदेश जल निगम और मैसर्स विश्वराज एनवायरनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक त्रिपक्षीय रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जिसकी कुल लागत 582.84 करोड़ रुपए है। इस धनराशि से ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण की परियोजना शुरू होने के बाद यमुना नदी में आगरा शहर से गिरने वाले अनुपचारित सीवेज को रोका जा सकेगा। गौरतलब है कि इससे पहले मथुरा को 282 करोड़ की लागत से दो सीवरेज प्लांट की सौगात दी गई थी।

177.6 एमएलडी की क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण को मंजूरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यमुना नदी को प्रदूषित करने वाले मौजूदा सीवरेज समस्याओं के स्थायी समाधान को लेकर काफी गंभीर हैं। वह कई मंचाें के जरिए लोगों से भी नदियों के पुनरोद्धार में उनके सहयोग की अपील कर चुके हैं। इसके साथ ही अधिकारियों को इस दिशा में युद्धस्तर पर काम करने और मॉनिटरिंग का आदेश दे चुके हैं। इसी का नतीजा है कि बेसिन-दृष्टिकोण के माध्यम से यमुना नदी में प्रदूषण को कम करने के लिए एनएमसीजी ने 177.6 एमएलडी की कुल क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के लिए परियोजना को मंजूरी दी है, जिसमें अन्य कार्यों जैसे इंटरसेप्शन और डायवर्जन स्ट्रक्चर, आईएंडडी नेटवर्क बिछाने, 15 साल के लिए ऑपरेशन एंड मेंटिनेंस सहित सीवेज पंपिंग स्टेशन विकसित करना शामिल है।

हाइब्रिड एन्युटी आधारित पीपीपी मॉडल पर लागू होगी परियोजना
एनएमसीजी के महानिदेशक जी अशोक कुमार ने बताया कि यह परियोजना हाइब्रिड एन्युटी आधारित पीपीपी मॉडल के तहत लागू की जाएगी, जिसके तहत आवश्यकताओं के अनुसार एसटीपी के संचालन और रखरखाव को सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह परियोजना गंगा की प्रमुख सहायक नदियों में से एक यमुना नदी में किसी भी अनुपचारित अपशिष्ट जल को रोकने के उद्देश्य को प्राप्त करने में एक और मील का पत्थर साबित होगी। यूपी जल निगम के अधीक्षण अभियंता राज कुमार शर्मा, मैसर्स विश्वराज एनवायरनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के सत्यजीत राउत और एनएमसीजी के परियोजना निदेशक बिनोद कुमार ने रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किए।