आगरा (रोमा): कोरोना वायरस के चलते बीते छह महीने की बंदी के बाद ताजमहल और आगरा किला में नया सवेरा हुआ। सोमवार से ताजमहल और आगरा किले के दरवाजे सैलानियों के लिए खुल गए। सैलानी ताजमहल पहुंचने के बाद बोले, वाह ताज!
सोमवार सुबह सूर्योदय पर ताजमहल और आगरा किला के गेट खुल गए। ताजमहल पर सैलानियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई इसके बाद उन्हें प्रवेश दिया गया। सुबह सूर्योदय पर ताजमहल खुला तो सैलानियों ने डायना बेंच पर फोटो खिंचाए साथ ही ताजमहल को अपने मोबाइलों में कैद किया। 372 साल के ताजमहल के इतिहास में पहली बार यह छह महीने तक सैलानियों के लिए बंद रहा है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने ताजमहल में एक दिन में पांच हजार और आगरा किला में ढाई हजार पर्यटकों को प्रवेश की मंजूरी दी है। स्मारकों का दीदार करने के लिए टिकट खिड़की को बंद रखा गया है। ऑनलाइन बुकिंग चालू है। स्मारकों पर आने वाले सैलानियों ने क्यूआर कोड स्कैन कर टिकट लिया. ताजमहल और आगरा किला पर आए सैलानी मास्क पहनकर आए। वहीं ताजमहल के प्रबंधन में लगे कर्मचारियों ने भी फेस शील्ड और दस्तानों को पहनकर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया।
सोमवार को ताजमहल पर्यटकों के लिए खोले जाने के बाद इससे जुड़े करीब चार लाख लोगों की जिंदगी में उम्मीदों का नया सवेरा होगा। लंबे समय से बेकार पड़े हाथों को फिर रोजगार मिलेगा। मार्बल इनले, जरदोजी, रेस्त्रां जैसे कारोबार एक बार फिर पहले जैसे खड़े हो सकेंगे। होटल उद्यमी, फोटोग्राफर, गाइड भी मोहब्बत की निशानी में पर्यटकों का स्वागत करने को तैयार हैं। 188 दिन बाद ताज का दीदार फिर से शुरू हुआ है।
कोरोना संक्रमण के कारण विगत 17 मार्च से ताजमहल और आगरा किलेे के दरवाजे बंद थे। फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, रामबाग, महताब बाग जैसे छह स्मारक एक सितंबर से पर्यटकों के लिए खोले जा चुके हैं।