आगरा: टोरंट पावर के खिलाफ धरना- प्रदर्शन बंद करने को लाखों रुपये की सौदेबाजी करती नजर आयीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित के वायरल वीडियो प्रकरण मेंं बुधवार को तीन सदस्यीय कमेटी ने बुधवार को आगरा आकर जांच की। सियासत से सौदेबाजी के प्रकरण में कांग्रेस नेताओं के वीडियो वायरल होने पर पूर्व एमएलसी और जांच समिति के सदस्य प्रदीप माथुर ने कहा कि यह भाजपा और विपक्षी दलों की साजिश है। भाजपा की शह पर ऐसा किया गया है। पार्टी जनसमस्याओं को लेकर लगातार अच्छा काम कर रही थी, इसलिए उसे बदनाम करने को कुचक्र रचा गया। जांच के सवाल पर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं से बात कर उनके सुझाव और विचार नोट किये गए हैं। समिति अपनी रिपोर्ट हाई कमान को सौंपेगी।
वहीं पूर्व एमएलसी विवेक बंसल ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में नहीं है, इसलिए मीडिया उसकी गुटबाजी को हवा दे रहा है। गुटबाजी सभी दलों में है। हाल ही में राजस्थान में भाजपा की गुटबाजी सामने आई है। कार्यकर्ताओ की राय जानकर हमें एक निर्णय पर पहुंचना है। संतोषजनक और ईमानदारी से हम काम कर अपनी रिपोर्ट देंगे।
इस मामले में पूर्व विधायक डॉ. अनिल चौधरी ने कहा कि षड्यंत्र के तहत कांग्रेस नेताओं को फंसाया गया है। कांग्रेस दोबारा जनसमस्याओं को लेकर आंदोलन करेगी और मुख्य धारा में लौटेगी।
होटल में अंदर जांच समिति के सदस्य कांग्रेस कार्यकर्ताओंं की राय जान रहे थे, वहीं के बाहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित के समर्थकों ने जमकर हंगामा भी किया। हंगामें की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और वहां से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को खदेड़ा।