आगरा (रोमा): हिदू धर्मरक्षक सिक्खों के दसवें गुरु गोविंद सिंह और उनके चार वीर पुत्रों बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझारू सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेहसिंह के शहीदी दिवस के अवसर पर आज आगरा से पंजाब तक अभियान फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘सरहिन्द पंजाब’ श्रद्धांजलि यात्रा का आगाज हो गया है। धर्मगुरुओं की मौजूदगी में आगरा किला पर बने भव्य मंच से केंद्र सरकार से मांग उठाई गई कि गुरु गोबिंद सिंह और उनके परिवार के बलिदान को देश के इतिहास में प्रमुखता से शामिल कर उन्हें यथोचित सम्मान प्रदान किया जाए।
चमकौर युद्ध को छठवीं से आठवीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। बाल दिवस 14 नवंबर की बजाय गुरु गोविंद सिंह के शहीद पुत्रों की याद में 26 दिसंबर को किया जाए। फतेहगढ़ साहिब व चमकौर में राष्ट्रीय स्तर का स्मारक गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों की याद में बनाया जाए। भारत के किसी भी नए उपग्रह, लड़ाकू विमान का नाम चारों पुत्रों के नाम पर रखा जाए। गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर दिल्ली मेट्रो के राजीव चौक का नाम बदलकर गुरु तेग बहादुर चौक रखा जाए।
सरहिद पंजाब यात्रा आज शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए गुरुद्वारा गुरु का ताल पर मत्था टेककर गंतव्य के लिए रवाना हो गई। श्रद्धांजलि यात्रा का शहर में जगह-जगह स्वागत किया गया। सरहिद पंजाब श्रद्धांजलि यात्रा चार राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली व पंजाब के 17 शहरों व सैकड़ों गांवों से गुजरते हुए फतेहगढ़ साहिब पहुंचेगी। आगरा से पंजाब तक कई जगहों पर सभाएं होंगी।
यात्रा को आगरा राइडर्स बुलेट मोटर साईकल क्लब के सदस्य एस्कार्ट कर रहे हैं। इसके अलावा भी सैकड़ोंं की संख्या में मोटरसाइिकल व स्कूटर से जोशीले नाैैजवान भी साथ चल रहे हैं। इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में सिक्ख समाज के अनुयायी और धर्मरक्षक मौजूद रहे।