आगरा: गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विश्व की पहली किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी आज आगरा पहुंची। उन्होंने कहा कि किन्नर समाज को राजनीति में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। मेरी चाहत है कि किन्नर प्रधानमंत्री तक बने। क्योंकि वो सिर्फ समाज कल्याण के लिए ही बना है।
एक दिवसीय प्रवचन के लिए ताजनगरी आई भागवत कथा वाचक महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा कि किन्नर राजनीति में आयें और प्रधानमंत्री तक बने। उसका जीवन सिर्फ समाज के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि अगर किन्नर समाज राजनीति में आ रहा है तो समाज कल्याण के कार्य ही करेंगे, वो अपने कल्याण के लिए राजनीति में नही आयेंगे।
महामंडलेश्वर ने कहा कि किन्नर का जन्म समाज को कुछ देने के लिए हुआ है। किन्नर का स्थान देवी देवताओं के बराबर होता है। इसलिए किन्नर को अर्धनारीश्वर भी कहा जाता है। महामंडलेश्वर का कहना है कि जिस तरह मैं धर्म का प्रसार कर रही हूं। उसी तरह सभी किन्नर समाज के लोगों को धर्म मे रुचि लेनी चाहिए और धर्म को बढ़ाना चाहिए। हमारा जन्म सिर्फ लोगों को आशीर्वाद देने के लिए हुआ है। हमारे समाज के किसी भी किन्नर को धन वैभव इकट्ठा करने की लालसा नहीं होती है।
मुझे महामंडलेश्वर की उपाधि नेपाल के पशुपति पीठ से मिली है। कुम्भ में हमारे गुरु गौरी शंकराचार्य जी द्वारा उपाधि दी गई। किन्नर अखाड़ा बनने के बाद हमारे समाज को बहुत सम्मान मिला है और सबने हमें बराबर का स्थान दिया है।
साथ ही उन्होंने कहा कि इंसान ने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की है। इसी कारण उसे कोरोना जैसी आपदा का सामना करना पड़ा। महामंडलेश्वर ने लोगों को भागवत का ज्ञान दिया और भक्तों से मुलाकात की। वे देश- विदेश में अब तक 50 से अधिक भागवत कथाएं कर चुकी है।