आगरा उत्तर प्रदेश

आगरा शहर में बनेगा ‘नगर वन’, लोगों को मिलेगी शुद्ध हवा

आगरा (रोमा): प्रदेश की योगी सरकार ताजनगरी के लोगों को जल्द ही एक खूबसूरत पार्क का तोहफा देने वाली है। इसके लिए वन विभाग ने जगह भी चिन्हित कर ली है। शहर के मऊ रोड स्थित रिजर्व फॉरेस्ट की 50 हेक्टेयर भूमि में वन विभाग द्वारा ‘नगर वन’ बनाया जाएगा। यहां पौधारोपण के साथ जॉगिंग ट्रैक, साइकिल ट्रैक व ओपन जिम व तरह-तरह की वाटिकाएं बनाई जाएंगी।


वन विभाग ने ताज नेचर वॉक की तरह यमुना किनारे ऐसा ही एक नगर वन बनाने की प्लानिंग की है। वन विभाग ने आगरा से प्रोजेक्ट को शासन को भेज दिया है और शासन ने इसे वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को भेज दिया है। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से हरी झंडी मिलते ही नगर वन में पौधारोपण किया जाएगा। आगरा के डीएफओ आदर्श कुमार बताया कि इससे नगर वन में हरियाली तो बढ़ेगी ही, साथ ही लोग प्रकृति की गोद में योग और मॉर्निंग वॉक भी कर सकेंगे।

36 हजार पौधे लगाए जाएंगे
आगरा में नगर वन में 50 हेक्टेयर जमीन पर विकसित किया जाएगा। इसमें 36 हजार पौधे लगाए जाएंगे। पौधों की सुरक्षा के लिए बाउंड्री वाल और फेंसिंग भी की जाएगी। इसमें लोगों को जॉगिंग ट्रैक, साइकिल ट्रैक, बच्चों के लिए छोटे-छोटे पार्क बनाए जाएंगे। वॉच टावर और पॉन्ड भी बनाए जाएंगे। इसके साथ ही दूसरे विभागों के सहयोग से वाटर एटीएम, ओपन जिम समेत अन्य सुविधाएं भी जुटाई जाएगी। 

ऑक्सीजन प्लांट्स भी लगेंगे
डीएफओ आदर्श कुमार ने बताया कि नगर वन में आने वाले लोगों को भरपूर ऑक्सीजन मिले इसलिए वहां पर ऑक्सीजन प्लांट्स लगाए जाएंगे। इसमें ऋषि वन, नक्षत्र वाटिका और पंचवटी वाटिका भी विकसित की जाएंगी। नगर वन में लोगों को प्राकृतिक संपदा की पूरी जानकारी मिले सके इसके लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कियॉस्क, डिस्प्ले बोर्ड, साइनेज भी लगाए जाएंगे। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से ही अनुमति मिलते ही नगर वन के लिए चिन्हित किए गए क्षेत्र में पौधारोपण का काम पूरा किया जाएगा। वन विभाग की नर्सरी में अच्छे पौध तैयार हैं। इसमें चौड़ी पत्तियों वाले पौधे लगाए जाएंगे, जिसमें साइकस, बरगद, पीपल, पाखर, जामुन, आम, आंवला, टिकोमा, गोल्ड मोहर समेत अन्य के पौधे शामिल है।

बढ़ेगी जागरूकता
बता दें कि देश भर में 200 नगर वन स्थापित किए जाने हैं। नगर वन योजना के अंतर्गत नगरीय निकाय सीमा में 10 से 50 हेक्टेयर के बीच रिजर्व फॉरेस्ट की जमीन होनी चाहिए। यह योजना नगरीय निकायों, विकास प्राधिकरण, गैर सरकारी संगठनों, उद्योगों तथा स्थानीय नागरिकों के बीच भागीदारी और सहयोग पर आधारित होगी। केंद्र सरकार नगर वन के लिए दो करोड़ रुपये पौधारोपण व फेंसिंग के लिए प्रदान करेगी। नगर वन में जन सुविधाओं का अधिक से अधिक ख्याल रखा जाएगा। इसे इस तरह विकसित किया जाएगा, ताकि लोग जंगल के बारे में जागरूक हो सकें। नगर वन बनने से शहर के प्रदूषण में भी कमी आएगी। यह शहरों के लिए वरदान साबित होंगे और लोगों को यहां शुद्ध हवा मिलेगी।