आगरा (रोमा): ताजनगरी में बदमाशों ने दिनदहाड़े एक दुस्साहिक वारदात को अंजाम दिया है। थाना इरादतनगर के गांव खेड़िया स्थित केनरा बैंक की शाखा में बदमाशों ने फायरिंग कर करीब आठ लाख रुपये लूट लिए और इसके बाद फरार हो गए। बैंक लूट की वारदात को अंजाम देने वाला गैंग राजस्थान का बताया जा रहा है। इस गैंग की पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान कर ली है। अब गैंग के सरगना और उसके साथियों की गिरफ्तारी को पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।
आगरा में सोमवार को दिनदहाड़े बदमाश फायरिंग करते हुए केनरा बैंक में घुस गए। बदमाशों ने दो होमगार्ड रामवीर और राजेश को तमंचे दिखाकर मैनेजर के केबिन में ले गए। इनके साथ तीन ग्राहकों, बैंक अधिकारी व कर्मचारियों को बंधक बनाकर शीशे पर गोली मार दी। तीनों ग्राहकों का ही कैश जैकेटों में भरा और गोली चलाते हुए बाहर निकल गए। इसके बाद बाहर खड़े साथी की बाइक पर बैठकर खेड़िया गांव की ओर भाग गए। केनरा बैंक के एजीएम रवींद्र कुमार नायक ने बताया कि सवा तीन बजे बाइक से तीन बदमाश आए थे। मास्क लगाए एक बाहर खड़ा रह गया। खुले चेहरे वाले दो बदमाशों ने अंदर आते ही गोली चला दी और तमंचे दिखाकर होमगार्डों को उनके केबिन में ले आए। कैशियर अचल सिंह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महेश, डूड़ीपुरा गांव के निवासी ग्राहक पातीराम, ब्रजेश कुमार और महेश को उनके साथ ही उनके केबिन में बंद कर दिया। इसके बाद केबिन पर गोली मारी, जो शीशे में जा लगी। इसके बाद बदमाशों ने कैश लूट लिया और फरार हो गए।
ये पूरी घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने बदमाशों की पहचान हो जाने का दावा किया है। मौके पर पहुंचे आईजी रेंज ए.सतीश गणेश ने बताया कि एक टीम धौलपुर भेजी गई है। बदमाशों की बाइक का नंबर भी मिल गया है। कुल पांच टीमें गठित की गई है। घटनास्थल से राजस्थान की सीमा एक किमी पर ही है। लूटा गया कैश वारदात से कुछ ही देर पहले जमा कराया गया था। डूड़ीपुरा गांव के महेश और उनके भाई ब्रजेश ने साढ़े पांच लाख रुपये और पातीराम ने डेढ़ लाख रुपये जमा कराए थे। इनके अलावा एक लाख और लूटा गया है। बदमाश बैंक में 15 मिनट रहे।
बता दें कि बीते वर्ष 15 दिसंबर 2020 में थाना सदर क्षेत्र के रोहता स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में करीब 57 लाख रुपये की डकैती डाली गई थी। वारदात के बाद बदमाश फरार हो गए थे। आगरा पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से मिले सुराग से बदमाशों तक पहुंच गई। इस डकैती कांड के कई आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है।