आगरा: सिकंदरा थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। गेटबंद कॉलोनी के अंदर बने मकान में पति पत्नी के शव मिले, जबकि परिवार की दोनों बच्चियां दूसरे मकान पर बेहोश मिली। यहां पर कारोबारी योगेश मिश्रा का शव फंदे पर उनकी ऑफिस में मिला। जबकि पास ही फर्श पर पत्नी की लाश थी। सूचना पाकर जब पुलिस पहुंची तो ऑफिस से 5 किमी दूर घर पर उनकी दो बेटियों की भी तबीयत बिगड़ने की जानकारी हुई। पुलिस वहां पहुंची तो एक बेटी की मौत हो चुकी थी। दूसरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉग स्क्वायड और फारेसिंक टीम को बुला लिया गया है।
मृतक योगेश की बड़ी बेटी आव्या ने पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया कि पापा करीब तीन माह बाद दोनों बहनों को आफिस लेकर गए थे। पापा-मम्मी और दोनों बहनें गुरुवार दोपहर को करीब तीन बजे बंशी विहार स्थित आफिस पहुंच गए थे। दोपहर में ही सबने खाना खाया था। करीब पांच घंटे वो लोग वहां पर रहे। इसके बाद रात को आठ बजे पापा दोनों बहनों को छोड़ने घर आए थे। मम्मी उनके साथ नहीं आई थीं। मम्मी की तबियत खराब होने के कारण वो वहीं रह गई थीं। पापा घर पर उन्हें छोड़ने के तुरंत बाद ही फिर वापस चले गए थे। आव्या ने बताया कि इसके बाद रात को 10 बजे पापा फिर वापस घर आ गए थे। किसी ने भी रात को खाना नहीं खाया था। रात को आव्या अपनी छोटी बहन काव्या के साथ नहीं सोई थीं। आव्या अपनी दादी सरोज मिश्रा के साथ सोई थी, जबकि छोटी बहन काव्या पापा के साथ सोई थीं।
आव्या ने बताया कि इसके बाद पापा सुबह साढे़ छह बजे फिर आफिस चले गए थे। वैसे आम दिनों में सुबह नौ बजे आफिस जाते थे। आव्या ने बताया कि रात को काव्या सोई है, इसके बाद वो जागी नहीं। सुबह नौ बजे वो कमरे में काव्या के पास गई तो वो सो रही थी। मगर, उसके होंठ काले पड़ गए थे। इस पर उन्होंने दादी व अन्य लोगों को बुलाया। इसके बाद सब लोग काव्या को हॉस्पीटल लेकर गए। पापा को फोन किए, लेकिन वो फोन नहीं उठा रहे थे। आव्या ने बताया कि मम्मी-पापा के बीच कोई झगड़ा नहीं हुआ था। सब कुछ ठीक था। पापा भी परेशान नहीं थे।
योगेश की पत्नी का नाम प्रतीक्षा है। बेटियां आव्या 11 साल और काव्या पांच साल की हैं। योगेश का इन्वर्टर और बैटरी का कारोबार पश्चिमपुरी में ही था। योगेश आगरा में मारुति एस्टेट में रह रहे थे, जबकि वंशी विहार का वह मकान, जहां पति पत्नी के शव मिले हैं, उस मकान की पहली मंजिल पर योगेश ने अपना आफिस बना रखा था, जबकि भूतल पर बने भवन पर ताला पड़ा हुआ है। बेटियां मारुति एस्टेट वाले मकान पर बेहोश थीं। जबकि योगेश और उनकी पत्नी के शव वंशी विहार में बने आफिस में मिले हैं। सामने पड़ोसी के घर पर लगे सीसीटीवी फुटेज के अनुसार योगेश आज सुबह 6: 22 बजे कार से यहां पहुंचा है, पत्नी पहले से ही आफिस पर मौजूद थीं। योगेश के गले में सफेद रंग की साफी थी, इसी से उसने फंदा बनाकर जान दे दी। माना जा रहा है कि परिवार में कुछ विवाद के चलते ये कदम उठाया गया। योगेश पहले अपनी बेटियों को विषाक्त पदार्थ देकर आया और अपने आफिस में आकर पति-पत्नी ने खुदकशी कर ली। घटना की जानकारी सबसे पहले योगेश के कर्मचारी को हुई, जो सुबह कार्यालय पहुंचा। उसने ही पुलिस को सूचना दी।
पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें योगेश ने आत्मघाती कदम उठाने से पहले अपने माता पिता और बहन के नाम सुसाइड नोट भी छोड़ा था। मौके से टेबल पर रखी एक फाइल के उपर चुपका हुआ चार पेज का सुसाइड नोट मिला है। इसमें दंपति ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को बताया है। लिखा, सभी प्रेम से रहिए, क्योंकि इस दुनिया से कोई कुछ लेकर नहीं जाएगा, जैसे मैं’। आशंका जताई जा रही है कि रात में दंपति ने बेटियों को भी खाने में जहर दे दिया। बेटियों को अपने सामने तड़पता नहीं देख पाने के चलते वे उन्हें घर छोड़ आए होंगे।