आगरा: पहाड़ों के अलावा मैदानी इलाकों में हो रही बरसात के चलते अब कई नदियां उफान पर हैं। बुधवार सुबह चंबल नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। चंबल नदी के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी से तटवर्ती करीब एक दर्जन गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। तटवर्ती गांवों के सम्पर्क मार्गो मे पानी भर जाने से तहसील मुख्यालय से इनका संपर्क टूट गया।
बाह, पिनाहट क्षेत्र के रानीपुरा, भटपुरा गुढा, गोहरा, रैहा कछियारा, डगोरा के सम्पर्क मार्ग मे सात से आठ फीट तक पानी भर गया है। मध्यप्रदेश मे लगातार हो रही बारिश के कारण चंबल नदी का जलस्तर दिनों दिन बढता ही चला जा रहा है। अपने तेज बहाव के साथ उफनती चंबल नदी का जलस्तर बुधवार सुबह 123 मीटर से बढ़कर 132 तक पहुंच गया है। नदी अब खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। मंगलवार को एसडीएम ने टीम के साथ क्षेत्र का मुआयना किया। लोगों को नदी के किनारे न जाने के लिए कहा गया। डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। नदी के किनारे न जाने के लिए कहा गया है। लेखपालों की टीम नदी के बढ़ते हुए जलस्तर पर नजर रखे हुए है।जिलाधिकारी ने नदी के हालात को देखते हुए उपजिलाधिकारी बाह समेत राजस्व टीम को निर्देश दिये कि तटवर्ती गांवों में कड़ी नजर रखें। लोगो को हर संभव मदद पहूचायें। बाढ़ जैसे हालात होने पर लोगों को रेस्क्यू टीम के द्वारा सुरक्षित बाहर निकालें।
इधर यमुना के जलस्तर में भी वृद्धि जारी है। यमुना के तटीय इलाकों में प्रशासन की ओर से मुनादी करा दी गई है और प्रशासन ने हालात पर नजर रखने को टीमें तैनात कर दी हैं और लोगों से भी सावधान रहने को कहा जा रहा है।