आगरा (बृज भूषण): पूरी दुनिया में आज बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है। कोरोना काल में सुलहकुल की नगरी आगरा के बाशिंदों ने एक बार फिर अमन और मोहब्बत का पैगाम दिया है। संक्रमण फैलने के खतरे के चलते प्रशासन ने सिर्फ 50-50 लोगों को ही मस्जिदों और ईदगाह में ईद-उल-अजहा की नमाज पढ़ने की अनुमति दी थी। जिसके चलते ताजमहल मस्जिद, ईदगाह और जामा मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के सीमित लोगों ने ही नमाज अदा दी। बाकी लोगों ने अपने घरों में ही ईद की नमाज अदा की। आगरा के ईदगाह में सुबह 7 बजे ईद की नमाज अदा की गई। नमाज अदा करने के बाद एक- दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी।
वहीं ताजमहल की मस्जिद में सुबह 8.30 बजे नमाज अदा की गई। कोरोना के चलते यहां भी एएसआई ने सिर्फ 50 लोगों को ही नमाज पढ़ने की अनुमति दी गई थी। लोगों ने नमाज अदा की अल्लाह से कोरोना वायरस के खात्मे और देश में अमन चैन कायम रखने की दुआ मांगी। फिर एक- दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।
सुबह 7 बजे से 10 बजे तक शहर की अलग- अलग मस्जिदों में नमाज अदा की गई। इसके बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो गया। लोगों ने अपने अपने घरों में बकरों की कुर्बानी की और ईद के मुबारक मौके पर अल्लाह से कोरोना मुक्त हिंदुस्तान की दुआ की। इसके अलावा राजनीतिक दलों के लोग भी मुबारकबाद देने पहुंचे थे। सभी ने मुस्लिम भाइयों को गले मिलकर एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की।
आगरा की सभी मस्जिदों पर सुबह 6 बजे से ही पुलिस मुस्तैद रही। जामा मस्जिद और ईदगाह पर पुलिस के जवानों की पैनी नजर बनी रही। इस दौरान डीएम प्रभु एन सिंह और एसएसपी मुनिराज जी भी ईदगाह पर मौजूद रहे। उधर, थाना प्रभारियों ने अपने अपने क्षेत्र में कड़ी निगरानी के साथ सुरक्षा व्यवस्था संभाली। साथ ही लोगों से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जाती रही।