आगरा (रोमा): आप मोहब्बत के शहर आगरा घूमने आए हैं और सस्ते किराए की कैब नहीं मिल रही तो, ऐसे में आपके लिये प्रदेश परिवहन प्राधिकरण एक बड़ा तोहफा लेकर आया है। आगरा में पर्यटन को बढ़ावा देने और ताज नगरी में घूमने आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने की दिशा में प्रदेश की योगी सरकार ने एक नई पहल की है। अब आगरा में आवागमन को सुचारू व सस्ता बनाने के उद्देश्य से ‘रेंटल बाइक योजना’ की शुरुआत हो रही है।
प्रदेश सरकार ने शुरू की रेंटल बाइक योजना
राज्य परिवहन प्राधिकरण ने प्रदेश में पहली बार आगरा में एक कंपनी को रेंटल बाइक योजना में बाइक संचालन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अंतर्गत शुरुआत में विभाग ने सात वाहनों की अनुमति दी है। जिससे यहां आने वाले पर्यटक व काम से आने वाले लोगों को सहूलियत मिल सकेगी। सम्भागीय परिवहन विभाग ने इन सभी वाहनों की जांच प्रक्रिया पूरी कर अपनी रिपोर्ट राज्य परिवहन प्राधिकरण को भेज दी है।
गोवा की तर्ज पर व्यवस्था
ताजमहल की वजह से दुनिया के पर्यटन मानचित्र में आगरा की अलग पहचान है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आगरा में रेंट पर आपको दो पहिया वाहन उपलब्ध कराने की शुरुआत की है। अब गोवा की तरह आप आगरा में किराए पर आसानी से बाइक और स्कूटर लेकर बिना रोक-टोक के सड़कों पर फर्राटा भर सकेंगे। आगरा से इन वाहनों को लेकर आप उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर में जा सकेंगे।
ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड जरूरी
इन वाहनों को चलाने के लिए आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड का होना बेहद जरूरी है। वाहन स्वामी की ओर से किसी भी पर्यटक को कुछ आवश्यक प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसके लिए आपको कंपनी को अपना टूर प्लान भी देना होगा। इस सेवा के लिए पर्यटकों को बुलेट के लिए 1200 रुपये, स्कूटर के लिए 500 रुपये तक 24 घंटे का किराया देना होगा। इन सभी वाहनों में जीपीएस लगा हुआ है। जिससे इन वाहनों की निगरानी होगी। इसके साथ ही इनमें ऑटोमैटिक ई-लॉक सिस्टम भी होगा।
पर्यटकों को मिलेगी राहत
आगरा के सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) एके सिंह ने बताया कि आगरा में ताजमहल को देखने के लिए रोजाना बड़ी संख्या में देसी- विदेशी पर्यटकों का आगरा आना-जाना होता है। पर्यटकों के लिए यह अच्छी योजना है। रेंटल मोटर साइकिल स्कीम 1997 के तहत इसकी अनुमति दी जा रही है। आवेदक द्वार आरटीओ में जांच प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जल्द ही यह योजना धरातल पर होगी।